अफीम उत्पादक किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है. अब अफीम की ग्रेडिंग नीमच और गाजियाबाद की फैक्ट्री में ना होकर तौल केंद्रों पर ही कर दी जाएगी. इसके साथ ही ग्रेडिंग और घटिया अफीम को आधार मानकर किसी भी किसान का पट्टा निरस्त नहीं किया जाएगा. यह फैसला शुक्रवार को दिल्ली में
अफीम पॉलिसी को लेकर केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर की अफीम उत्पादक क्षेत्रों के सांसदों के साथ हुई बैठक में लिया गया.
पट्टों की संख्या 18,000 से बढ़कर 75,000 तक पहुंच गई
बैठक के बाद चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने कहा कि इसमें किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. इसमें तौल केंद्रों पर ही अफीम की जांच करना सबसे बड़ा फैसला है. इसके साथ ही बैठक में यह भी फैसला किया गया है कि ग्रेडिंग और घटिया अफीम को आधार मानकर किसी भी किसान का पट्टा निरस्त नहीं किया जाएगा. जोशी ने कहा कि पिछले 5 बरसों में अफीम उत्पादक किसानों को दिए गए पट्टों की संख्या 18,000 से बढ़कर 75,000 तक पहुंच गई है. सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को अफीम के पट्टे दिए जाएं.दाम बढ़ने की सौगात भी जल्द मिल सकती है…