इंदौर. मध्य प्रदेश में नगर निगम के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पास करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ। लोकायुक्त की टीम ने सोमवार सुबह इंदौर स्थित उसके पांच ठिकानों पर छापा मारा। उसे निगम से महज 18 हजार रुपए सैलरी मिलती है। लोकायुक्त कार्रवाई के बाद निगम आयुक्त आशीषसिंह ने बेलदार असलम को सस्पैंड कर दिया।
लोकायुक्त डीएसपी डीएस बघेल ने बताया कि असलम खान नगर निगम में बेलदार है। छापेमारी के दौरान उसके पास 25 लाख रुपए नकद, दो किलो सोना और 25 संपत्तियों के दस्तावेज मिले। ज्यादातर संपत्तियां उसकी पत्नी राहेला के नाम पर हैं। मणिकाबाल स्थित घर की कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसके अलावा असलम के तीन भाइयों के ठिकानों पर भी कार्रवाई चल रही है। उसका एक भाई निगम में ठेकेदार है। बेटी का मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराया : असलम की सैलरी महज 18 हजार रुपए है। लेकिन उसके शानो-शौकत और संपत्तियां देखकर लोकायुक्त टीम हैरान रह गई। उसने निजी मेडिकल कॉलेज में एनआरआई कोटे से बेटी का दाखिला कराया। इसकी पांच लाख रुपए की रसीद भी मिली। 5 लाख कीमत के बकरे भी मिले: लोकायुक्त सूत्रों के मुताबिक, असलम राजस्व विभाग में नक्शे का काम देखता है। उसके संपत्ति जुटाने में निगम के आला अधिकारियों का हाथ हो सकता है। असलम ने घर में आलीशान थिएटर भी बना रखा है। उसके परिसरों से 5 लाख रु. कीमत के बकरे और 6 गाड़ियां भी मिलीं। लोकायुक्त टीम ने सोमवार सुबह निगम कर्मचारी के घर छापेमारी कीअसलम के तीन भाइयों के ठिकानों पर भी कार्रवाई चल रही है।इंदौर नगर निगम में बेलदार है असलम खान।