कौन है आरती दयाल, अहिरवार और वर्मा क्यों नहीं लिखती सरनेम ।अफसरों और नेताओं को हनी ट्रेप में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह की सदस्य आरती दयाल छतरपुर के वार्ड नंबर 37 देरी रोड की निवासी है। आरती के छतरपुर में बनाए शिकार में उनके पति का भी नाम है। आठ माह पहले अपने पति पंकज दयाल के खिलाफ छतरपुर के सिविल लाइन थाना में दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज कराया था। केस दर्ज कराने के बाद से ही आरती ने अपने पति का साथ छोड़ दिया और हनी ट्रेप में फंसाकर लोगों को ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरु कर दिया। शहर में नामचीन लोगों को शिकार बनाने के बाद वो भोपाल चली गई, जहां उसकी पहचान बड़े ब्लैकमेलर गिरोह के लोगों से हुई और वो ब्लैकमेलिंग के काले कारोबार में पूरी तरह से उतर गई। ये गिरोह रुपए वाले लोगों को टारगेट कर अपनी साजिश का शिकार बनाते और करोड़ों रुपए ऐठता था। एटीएस की टीम ने जब उसे पकड़ा तो छतरपुर आरटीओ में दर्ज कार से ही वसूली करने गई थी। आरती के मामले में अब नया खुलासा हुआ है कि उनका सरनेम अहिरवार या वर्मा है।