नीमच । रेड़क्रास सोसायटी भंग होने के बाद से उक्त सोसायटी अव्यवस्था का शिकार बनी हुई है । अव्यवस्था का महोल उस समय दैखनै को मिला दिनांक 4 फरवरी को दोपहर 12 बजे नीमच रेड़क्रास मे समाजिक पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से प्रति सोमवार को दिव्यागं प्रमाण पत्र शिविर आयोजित था जो हर सोमवार को लगता है । 4 फरवरी को शिविर नहीं लगने के कारण वहां जमकर हंगामा हुआ कई दिव्यागं परेशान होते हुए नजर आऐ अव्यवस्था कि सूचना मिलने पर नीमच जिला कांग्रेस के प्रवक्ता भगत वर्मा तथा पाषर्द शाबीर मसुदी, सबसे पहले वहां पहुँचे वहां कि अव्यवस्था संभाली उक्त शिविर में नीमच जिला चिकित्सालय के दो वरिष्ठ चिकित्सक भी उपस्थिति थे दोनों कि ड़ियूय्टि लगी थी अव्यवस्था को सुधारने के लिए उन्होंने कोई रूचि नहीं ली ओर नही वरिष्ठ अधिकारीयो को अवगत कराना उचीत समझा ।अव्यवस्था कि सूचना तत्काल नीमच जिला जनपद के सीओ कमलेश भार्गव तथा महिला बाल विकास अधिकारी रेलम वघेल को फोन से सूचना दि गई , स्थिति से अवगत कराया गया तत्काल आते हिं रेलम वघेल ने व्यवस्था संभाली तथा दोनों ड़ाक्टरो को लताड़ लगाई । रेड़क्रास सोसायटी भंग होने के बाद से चार शाखाओं का काम केवल एक कर्मचारि हिं देख रहा था ,प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्टर राजीव रंजन मिना ने नई पदस्थापना के लिए आन लाईन वेकन्सी निकाली है , इस कारण कार्य रत कर्मचारियों ने काम नहीं किया ओर नहीं उक्त कर्मचारि को कोई दिशा निर्देश भी नहीं दिए गए थे । जिसके कारण कोई तैयारी नहीं हो सकी जिसके कारण दिव्यागो को परेशानी का सामना करना पड़ा ।ओर हंगामा मच गया कई दिव्यागं ग्रामीण क्षेत्रों से भी आते हैं । एसी परिस्थितियों में रेड़क्रास सोसायटी में स्थानीय कर्मचारियों को रखा जाना चाहिए तथा रेड़क्रास सोसायटी के चुनाव भी शिघ्र करवाना चाहिए ।