नीमच विधानसभा प्रवक्ता रमेश चन्द्र पारीक के द्वारा बताया गया है कि छात्रों के साथ तो शोषण होता ही है परन्तु इससे भी ज्यादा शिक्षा के श्रेत्र में इन प्राईवेट स्कूल में मेहनत करने वाले मजबूर युवा पीढ़ी के साथ ये लोग बहुत ही कम वेतन देकर शोषण करते हैं तथा कोई सुविधा भी नही देते हैं अतिरिक्त श्रम के लिए भी कोई लाभ मिलता है परन्तु छोटे छोटे मुद्दे पर वेतन काटने के काम भी करते हैं और तो और बिना किसी कारण किसी को हटाने, धमकाने, आदि काम बखूबी से होतें है
नीमच में विशेष रूप से सिप्रगवुड सकुल को लेकर काफी शिकायतें मिलीं है जिसमें नियमों कि आड़ में गोरखधंधे चला रखें है
शिकायत शिक्षा मंत्री व सी बी एस बोर्ड तक पहुचाने के साथ कारवाई करने की मांग कि जाऐंगी।