नीमच। नगरपालिका नीमच कहने को तो स्वच्छता और पानी को लेकर अनेक काम कर रही है मगर काम को अंजाम नीमच शहर दे रहा है सबसे बड़ी विडंबना यह है कि नगरपालिका के अधिकारीयों और कर्मचारियों को यह भी नहीं मालूम कि शहर में सिविर लाईन एवं अमृत पेयजल योजना की पाईप लाइने कहां कहां खोदी जा रही है कई जगह तो सिवरेज लाइने बिना माप दण्ड के खोदी जा रही है शहर की कई काॅलोनियों को उबड़ खाबड़ कर दिया गया है नीमच शहर की सबसे बड़ी हुडको काॅलोनी की स्थिति तो बद से बदत्तर हो रही है हुड़कों काॅलोनी में सिविर लाईन की हालत यह है कि बिना किसी इंजिनियर की रेख देख केे मजदूरों के हवाले तथा उनके भरोसे काम किया जा रहा है इसी तरह हुड़को काॅलोनी एवं विकास नगर के कई क्षेत्रों में आज तक सिविर लाइन का काम प्रारम्भ तक नहीं किया गया है जहां सिविर लाइनें बिछा दी गई है उन लाइनों में घटिया स्तर के पाईप लगा दिए गए है जो लिकेज हो रहे है तथा उनका गंदा पानी रहवासियों के घर में आ रहा है इसी प्रकार हुड़को काॅलोनी मंें अमृत पेयजल योजना के तहत जो नल कनेक्शन दिए गए है नल कनेक्शन के बाद नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियो, कर्मचारियों ने कभी आकर देखा तक नहीं है कि नलों में पेयजल आ रहा है या नहीं आज भी हुड़को काॅलोनी, विकास नगर के आधे से ज्यादा हिस्सों में नई पाईप लाईन जुड़ने के बाद भी उनमें पानीं नहीं आ रहा है, आज भी उस जगह मकानों के पीछे पुरानी पानी की पाईप लाईन डली हुई है तथा उसी के पास सिवरेज लाईनों को बिछाया गया है सिवरेज लाईनों का गंदा पानी बरसो पुरानी लगी हुई पेयजल की पाईप लाइनों में आ रहा है तथा वहां के निवासी गंदा पानी पीने को मजबूर है पुरानी पेयजल पाईप लाईन जीर्ण क्षीर्ण अवस्था में है अशुद्ध पेयजल पीने से वहां के रहवासी गंभीर बिमारी की चपेट में आ सकते है
वार्ड के पूर्व पार्षद एवं जिला कांग्रेस के महामंत्राी डाॅ. पृथवी सिंह वर्मा ने अपने एक बयान में कहा कि अमृत पेयजल की योजना के तहत जो पाईप लाइने डाली गई है तथा पेयजल प्रदान करने के लिए नगरपालिका के कर्मचारियांे द्वारा वाल्व भी लगाए गए है लेकिन वह वाल्व भी बिना मापदण्ड तथा बिना नक्शे के आधार पर अपनी मर्जी से कार्य करने वाले मजदूरों ने मकान मालिकों के मकान के मुख्य द्वारों के सामने ही वाल्व लगा दिए गए है ऐसी स्थिति में कोई मकान मालिक अपनी चार पहिया वाहन खड़ी करके कही चला जाए तो वाल्व मेन को काॅलोनियों वासी को पानी देने में कितनी परेशानी आएगी इस बात का ध्यान नहीं रखा गया है कई गलियों में आज भी गड्डे करके छोड़ दिए गए है तथा जिन्हे आज तक भरा नहीं गया तथा रात्रि के समय दुर्घटना का कारण बनते रहते है सिविर लाईन के चेम्बर सीमेन्ट से बनाए गए है वो पूर्ण रूप से घटिया स्तर के बनाए गए है तथा कई चेम्बर तो अन्दर से टूट चुके है शहर की इतनी बड़ी पेयजल योजना तथा सिविर लाईन योजना को नगरपालिका से संबंधित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने कभी आकर देखा तक ही नहीं है कि किस तरह यह काम चल रहा है यदि समय रहते सुधार नहीं किया गया तो आने वाले समय में यह योजना पूर्ण रूप से फैल हो जाएगी।