नीमच। नामांकन फार्म उठाने की अंतिम तिथि निकलने के बाद तीनों विधानसभा सीटों पर स्थिति क्लियर हो चुकी है। साथ ही सट्टा बाजार में हो रहे उतार चढ़ाव स्थिरता आई है। मध्यप्रदेश की अंतिम विधासभा 230 पर त्रिकोणिय मुकाबले आसार फिर से बन गए हैं। पिछली बार राजकुमार अहीर ने बागी लड़कर सारे समीकरण बिगाड़े थे। पिछले चुनावों में राजकुमार अहीर ने बगावत करके कांग्रेस के प्रत्याशी की जमानत जब्त करवाई थी। विधानसभा चुनाव 2018 में भी जावद से पुन: पिछली स्थिति निर्मित हो गई है। इस बार फर्क बस इतना है कि पार्टी से बाहरी नेता ने बगावत कर ली है। बगावत के स्वर बुलंद करते ही पुन: पिछले चुनावो वाली स्थिति निर्मित हो गई है। कांग्रेस में विरोध के स्वरों को देखते हुए समंदर पटेल के बागवत करते ही सट्टा बाजारों में उथल-पुथल मच गई है। सट्टेबाजों ने अब सिटिंग विधायक ओमप्रकाश सखलेचा पर अपना भरोसा जताया है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सट्टा बाजार में सखलेचा का रेट 1 रूपए चल रहा था, समंदर पटेल के नामांकन नहीं उठाने से भाव गिरकर 60 पैसे रह गया है। सट्टा बाजार में आए इस उथल-पुथल की माने तो पलड़ा ओमप्रकाश सखलेचा का भारी है। नामांकन फार्म उठाने का समय निकलने के बाद अब जावद विधानसभा में 08, नीमच में 09 तथा मनासा 06 प्रत्याशी मैदान में बचे है। इनमें से मुख्य रूप से भाजपा तथा कांग्रेस में डायरेक्ट फाईट रहेगी, लेकिन जावद त्रिकोणिय मुकाबले के साथ ही भाजपा प्रत्याशी पर सट्टेबाजों ने भरोसा जताया है।